सुठालिया बायपास रोड सड़क हादसों का बायपास बनता जा रहा,आय दिन हो रहे सड़क हादसे।

प्रशासन को कही बड़े हादसे या नागरिकों के उग्र आंदोलन का इंतजार तो नहीं ?
राजगढ़ जिले के ब्यावरा शहर की यातायात व्यवस्था को लेकर शासन-प्रशासन द्वारा सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत विशेष अभियान चला कर काफी प्रयास किए गए। शासन का लाखों रुपया भी बर्बाद किया गया मगर परिणाम वही ढाक के तीन पात वाले नजर आ रहे, नगर का बगैर नाली निर्माण किये एकमात्र अजब एमपी का गजब का सुठालिया बायपास मार्ग जहां पर गंदा पानी भरा होने के कारण आए दिन भीषण दुर्घटनाएं होती रहती हैं भीषण सड़क हादसे में कई लोग गंभीर रूप से घायल भी हो गए, हमारे देश के ऐसे ऐसे इंजीनियर है जिनको ये तक पता नहीं कि सड़क पर भरा पानी को किस प्रकार से निकाला जाए , सड़क तो बनाई मगर नाली निर्माण नहीं कर पाए , एक वर्ष पहले भी उक्त रोड को जाम किया गया था उसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारि कुंभकरण की नींद में सो रहे, स्थानीय प्रशासन को या तो किसी बड़े हादसे का इंतजार होगा या फिर नागरिकों को एक बार फिर सड़क पर उतर कर उग्र प्रदर्शन करने का यह तो आने वाला समय ही बताएगा। ऐसा लगता है मानो प्रशासन किसी बड़े हादसे के बाद ही जागेगा और हमेशा की तरह छुटपुट कार्रवाई कर अपने कर्तव्यों की इति श्री कर देगा फिलहाल आज सुबह एक बाइक सवार सड़क हादसे का शिकार हो गया, उक्त सड़क दुर्घटना में एक महिला और बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया गनीमत रही कि सड़क हादसों में अभी तक किसी के सिर में गंभीर चोट नहीं आई वरना अस्पताल तक ले जाना मुश्किल हो जाएगा। सुठालिया बाईपास से परेशानियों को झेलते हुए प्रतिदिन प्रशासनिक अधिकारी मंत्री और नेता निकलते रहते हैं। फिर भी इस ओर ध्यान नहीं जा रहा,ये एक ऐसा बायपास रोड है जिसका विकास सड़क हादसों के विकास की और बढ़ता नजर आ रहा, बड़े बड़े गड्ढे तो कही पर पानी भरा हुआ,वहीं सड़क दुर्घटनाएं भी लोगों के जान माल के साथ खिलवाड़ कर रही है। कई बार तो प्रशासनिक अधिकारी और सत्ता दल के नेता आक्रोशित भीड़ को देखते हुए पतली गली से निकल लेते हैं। मगर सड़क पर भरे गंदे पानी को नाली निर्माण करवा कर निकलवाने का प्रयास तक नहीं कर रहे है।
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