सीएम ने की अतिथि शिक्षकों के लिए घोषणा तो होने लगी पहले से पढ़ा रहें अतिथि शिक्षकों की शिकायतें
राजगढ़।। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने विगत दिनों राजधानी में आयोजित अतिथि शिक्षक महापंचायत में अतिथियों का वेतनमान दुगना करने सहित विभिन्न घोषणाए कर देने के बाद कार्यरत अतिथि शिक्षकों की झूठी शिकायतों का सिलसिला शुरू हो गया, सत्तारूढ दल के शिकायतकर्ता अब अपने चहेतो को नवाजने के लिए योग्यताधारी अतिथि शिक्षकों को हटाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाने लगे हैं, अजब एमपी में गजब के मामले देखने को मिलते है, ऐसा हि कुछ मामला राजगढ़ जिले के ब्यावरा नगर में देखने को मिल रहा है, मामला यह है की नगर के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का है जहा पर अतिथि शिक्षिका आयुषी सक्सेना अतिथि शिक्षक वर्ग एक के पद पर कार्यरत है जिसका मामला सामने आया है। शिक्षिका ने बीएससी में 66 प्रतिशत, एमएससी भौतिक शास्त्र में 66.33 प्रतिशत एवं बी.एड में 78.46 प्रतिशत अंक अर्जित कर अतिथि शिक्षक वर्ग एक के पद पर कार्य कर रही है। मध्यप्रदेश शासन स्कूल शिक्षा विभाग के पत्र क्रमांक 44-15/20/2010/20-2/ एवं लोक शिक्षण संचनालय मध्य प्रदेश भोपाल के पत्र क्रमांक/अ.शि./निर्देश/27/2023-24/167 दिनांक 05.07.23 के अंतर्गत शैक्षणिक सत्र 2023-24 में रिक्त पदो के विरुद्ध अतिथि शिक्षक विभिन्न पदों पर कार्यरत है। मुख्यमंत्री की उक्त घोषणा के बाद सत्तारूढ दल के शिकायतकर्ता भी झूठी शिकायतों को लेकर सक्रिय हो गए और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों एवं शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों को गुमराह करते हुए गत वर्ष से कार्यरत अतिथि शिक्षको को हटाने का भरसक प्रयास किया जा रहा है। जबकि उक्त आदेश की कंडिका 2.2 में उल्लेखित है कि विद्यालय में उपलब्ध पैनल से गत वर्ष कार्यरत अतिथि शिक्षक को ही प्राथमिकता के आधार पर रखा जाएगा। जिसको लेकर माननीय उच्च न्यायालय द्वारा सर्कुलर भी जारी हुआ है।
अतिथि शिक्षिका की योग्यता पर जब प्रश्न चिन्ह लगा तो हमारी टीम ने जांच पड़ताल की तो पता चला कि शिक्षिका के पास बी.एड की मार्कसीट है, शिक्षिका की बीएड की मार्कसीट में 78.46% अंक प्राप्त किया है। सब कुछ होने के बाद भी शिक्षिका की झूटी शिकायतें की जा रही।
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