क्या नाबालिग बालिका को ढूंढना गलत है ?
पुलिस की कार्रवाई पर उठाए जा रहे बेवजह सवाल
सुठालिया।। एक तरफ मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार एक ओर लाडली लक्ष्मी योजना सहित शासन की तमाम सुख सुविधाओं से लाभान्वित करने के लिए नई नई योजना एवं कड़े कानून बना रही और अधिकारियों को भी लाडली को किसी तरह की परेशानी न हो उसके लिए निर्देशित किया जा रहा है वही अधिकारी भी बालिकाओं के मामले में गंभीरता दिखा रहे है और बालिकाओं के मामले में दोषियों पर कार्रवाई कर रहे है। थाना सुठालिया पुलिस भी नाबालिग लड़की का अपहरण करने वाले दोषियों को ढूंढकर उन्हें उनके अंजाम तक पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही। मामला राजगढ़ जिले के सुठालिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत आरोपी द्वारा एक नाबालिग लड़की को भगाकर ले जाने का है, जिसमें मुख्य आरोपी छोटू लोधी की सुठालिया पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है। नाबालिग लड़की के मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक अवधेश कुमार गोस्वामी और वरिष्ठ अधिकारियों ने तत्काल संज्ञान में लेते हुए सुठालिया थाना प्रभारी मोहर सिंह मंडेलिया को कार्यवाही के लिए निर्देशित किया, सुठालिया थाना प्रभारी श्री मंडेलिया ने तत्काल टीम गठित कर नाबालिग लड़की को ढूंढने और आरोपी छोटू लोधी की तलाश करने हेतु काफी मेहनत व मशक्कत की, पुलिस ने आरोपी छोटू लोधी के भाई धनराज लोधी, जीजा बंटी लोधी, सुनील लोधी टोड़ी और सुनील लोधी तेलीगांव से पूछताछ की गई, तो इन्होंने पुलिस को गुमराह करते हुए नाबालिग लड़की और आरोपी छोटू लोधी को पीथमपुर होना बताया, उधर पुलिस ने एक टीम पीथमपुर रवाना की वही दूसरी पुलिस टीम को बीनागंज के समीप तेलीगांव मे भेजा। पुलिस को तेलीगांव से उक्त नाबालिग लड़की को दस्तयाब करने में सफलता मिली मगर मुख्य आरोपी छोटू लोधी वहां से भाग गया। पुलिस ने धारा 368 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर सह आरोपी धनराज लोधी को कोर्ट में पेश किया। लंगड़ाते हुए धनराज लोधी ने पुलिस द्वारा पिटाई का आरोप लगाया, मगर सुठालिया थाना प्रभारी श्री मंडेलिया ने बताया कि सह आरोपी धनराज के साथ किसी प्रकार की मारपीट नहीं की गई, शायद कांटा चुभ गया होगा, हालांकि कोर्ट ने एसपी को जांच के आदेश दे दिए सह आरोपी धनराज का मेडिकल कराया जाने हेतु पुलिस बार-बार नोटिस जारी कर रही है, मगर सह आरोपी धनराज द्वारा नोटिस तामिल नहीं होने से मेडिकल की कार्रवाई में विलंब हो रहा है।
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कुछ लोग कर रहे थाना प्रभारी को बदनाम
इस मामले में जहा नाबालिक बालिका के परिजनों के द्वारा सुठालिया थाना प्रभारी श्री मंडेलिया के कार्यों की सराहना की जा रही वही कुछ लोग सुठालिया थाना प्रभारी की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा रहे। जबकि थाना प्रभारी ईमानदारी से अपने कर्तव्य का निर्वाहन करते हुए अपराधिक गतिविधियों पर रोक लगा रहे है शायद यही बात कुछ लोगों को हजम नहीं हो रही और वो चाहते है की थाना प्रभारी को हटवाया जाए।
इनका कहना है
पुलिस द्वार अवैध कामों पर कार्रवाई की जा रही है इसलिए कुछ लोग बदनाम करने में लगे हुए है। अब विचारणीय प्रश्न यह है कि क्या किसी को ईमानदारी से काम नही करना चाहिए। फिल्म स्टाइल में अवैध कारोबारियों से साठगांठ करने की बजाए सिंघम की तरह ईमानदार अधिकारी आ जाए तो उसका ट्रांसफर करवाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया जाता है- मोहर सिंह मंडेलिया – थाना प्रभारी सुठालिया
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