//रायसेन खुलासा उवेश खान//
14 लाख खर्च करने के बाद भी ट्रेंचिंग ग्राउंड पर कचरा निष्पादन का काम अधूरा, जिम्मेदार नहीं दिखा रहे रुचि,
कचरा निष्पादन के लिए प्रदेश और राज्य की सरकारें लगातार हर साल नगर परिषद और नगर पालिकाओं को अलग अलग मापदंडों के मुताबिक एक बड़ा बजट उपलब्ध करवा रही है ताकि देश का प्रत्येक शहर साफ स्वच्छ हो लेकिन शासन की योजनाओं का धरातल पर क्रियान्वयन करने वाले अफसर बजट की बंदरबांट लगाने में लगे हुए हैं और उसका लाभ नागरिकों को भी नहीं मिल पा रहा है। यही वजह है कि नगर के ट्रेचिंग ग्राउंड पर बनने वाला कचरा शोधन प्लांट अब भी बनकर तैयार नहीं हुआ है। जिसके चलते यहां पर न तो कचरा निष्पादन को लेकर कोई प्रक्रिया अपनाई जा रही है न ही कचरे को अलग अलग किया जा रहा है।
ऐसे में नप कर्मचारी नगर से कचरा संग्रहण करके लाते हैं जिसे ट्रेचिंग ग्राउंड पर खाली कर उसमें आग लगा देते है, जिससे न केवल प्रदूषण बढ़ रहा है बल्कि नप को इस कचरा शोधन यंत्र से होने वाली आय का नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। एक ओर जहां स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर अन्य नगर परिषद और नगर पालिका के अफसर पूरी मेहनत करने में जुटे हुए हैं, लेकिन यहां पर ऐसा कुछ दिखाई नहीं दे रहा है।
नागरिकों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरी नप: कचरा संग्रहण, परिवहन और प्रबंधन तीनों में फेल इन दिनों कचरा का संग्रहण, परिवहन और प्रबंधन तीनों में फैल नजर आ रही है। नगर परिषद के पास अच्छा खासा ट्रेचिंग ग्राउंड है और यहां पर एफएसटीपी प्लांट भी तैयार किया जा रहा है, लेकिन सालों से बन रहा एफएसटीपी प्लांट अब तक तैयार नहीं हो सका है। नवीन नगर परिषद को बने हुए भी करीब 1 साल से अधिक बीत चुका है,लेकिन नगर परिषद भी नागरिकों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर रही है। यही वजह है कि अब नागरिकों में भी आक्रोश पनपने लगा है।
बनकर तैयार है प्लांट चालू नहीं हो सका ^ कचरा शोधन प्लांट बनकर तैयार है, लेकिन चालू नहीं हो सका। पिछले दिनों तेज हवा चलने पर शेड भी उड़ गया है। प्लांट चालू करने के लिए शासन से राशि की मांग की है जिसके लिए पत्र लिखा है। जैसे ही राशि प्राप्त होगी तत्काल जरूरी काम करवाकर शुरू करवाया जाएगा। रेशू विभोर जैन, नप अध्यक्ष नगर परिषद सिलवानी ।