शहीद दिवस पर भारतमाता की आरती कर अमर शहीदों को श्रदांजली अर्पित की।
पिपरिया/ राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्व.मारुति राव जोशी स्मृति सेवा न्यास द्वारा शहीद दिवस पर मंगलवारा स्थित सुभाष चौक पर नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा एवं आसपास के परिसर की साफ-सफाई कर रंगोली सजाई । इस अवसर पर भारतमाता की आरती कर अमर शहीदों को भावपूर्ण श्रदांजली दी गई। नगर कार्यवाह दिनेश जी रघुवंशी ने कहा कि हमारे देश को आजादी दिलाने के लिए ना जाने कितने हैं शहीदों ने अपना बलिदान दिया जब एक नौजवान देश की रक्षा के लिए बॉर्डर पर जाता है तो केवल एक परिवार ही नहीं तैयार होता है तैयार होते हैं बूढ़े मां बाप की सपने चूड़ी मंगलसूत्र और तैयार होते हैं कई हसरत है जब कभी आतंकी हमलों में जवान शहीद होता है वह परिवार तो ठीक वह हर इंसान रोता है जो शहादत के मायने समझता है वह ना होता है जो अपने देश के प्रति प्यार रखता है तिरंगे से लिपट के जवान को जब एक मां आखिरी बार अपने सीने से लगाती है तो देश के 133 लोगों में एक ही बात होती है भारत माता की जय , ऐसे ही हमारे देश में ना जाने कितने क्रांतिकारी हुए जिन्होंने जाने जिन्होंने अपने देश के लिए बलिदान हो गए ,शहीद भगत सिंह सुखदेव राजगुरु के जीवन के बारे में हम अपने परिवार के लोगों को बच्चो को बताए कि उन्होंने कैसा जीवन जिया ,इस अवसर पर अनिल जी कोरी, कामता प्रसाद जी बादल, सह नगर कार्यवाह कैलाश जी विश्वकर्मा, रितिका कोरी , अंकिता कोरी, मानसी , अंजलि, बंटू जी ठाकुर , संजय मिश्रा , राजेश रामावत, बसंत जायसवाल,,राजेश रजक सहित अनेक स्वयंसेवक उपस्थित रहे।*शहीद दिवस पर भारतमाता की आरती कर अमर शहीदों को श्रदांजली अर्पित की*। *पिपरिया*/ राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्व.मारुति राव जोशी स्मृति सेवा न्यास द्वारा शहीद दिवस पर मंगलवारा स्थित सुभाष चौक पर नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा एवं आसपास के परिसर की साफ-सफाई कर रंगोली सजाई । इस अवसर पर भारतमाता की आरती कर अमर शहीदों को भावपूर्ण श्रदांजली दी गई। नगर कार्यवाह दिनेश जी रघुवंशी ने कहा कि हमारे देश को आजादी दिलाने के लिए ना जाने कितने हैं शहीदों ने अपना बलिदान दिया जब एक नौजवान देश की रक्षा के लिए बॉर्डर पर जाता है तो केवल एक परिवार ही नहीं तैयार होता है तैयार होते हैं बूढ़े मां बाप की सपने चूड़ी मंगलसूत्र और तैयार होते हैं कई हसरत है जब कभी आतंकी हमलों में जवान शहीद होता है वह परिवार तो ठीक वह हर इंसान रोता है जो शहादत के मायने समझता है वह ना होता है जो अपने देश के प्रति प्यार रखता है तिरंगे से लिपट के जवान को जब एक मां आखिरी बार अपने सीने से लगाती है तो देश के 133 लोगों में एक ही बात होती है भारत माता की जय , ऐसे ही हमारे देश में ना जाने कितने क्रांतिकारी हुए जिन्होंने जाने जिन्होंने अपने देश के लिए बलिदान हो गए ,शहीद भगत सिंह सुखदेव राजगुरु के जीवन के बारे में हम अपने परिवार के लोगों को बच्चो को बताए कि उन्होंने कैसा जीवन जिया ,इस अवसर पर अनिल जी कोरी, कामता प्रसाद जी बादल, सह नगर कार्यवाह कैलाश जी विश्वकर्मा, रितिका कोरी , अंकिता कोरी, मानसी , अंजलि, बंटू जी ठाकुर , संजय मिश्रा , राजेश रामावत, बसंत जायसवाल,,राजेश रजक सहित अनेक स्वयंसेवक उपस्थित रहे।

70 Total Views, 1 Views Today