खुड़ैल इलाके के काजी पलासिया में रहने वाली महक शर्मा (19 साल) की 18 अप्रैल की रात घर में अचानक तबीयत बिगड़ी। घर वाले उसे इंडेक्स अस्पताल ले गए। रास्ते में घरवालों ने पूछने की कोशिश की कि अचानक ऐसा क्या हो गया कि तबीयत इतनी बिगड़ गई। ज्यादा हालत खराब होने की वजह से वह कुछ बता नहीं सकी।
ऐसे आरोपी लड़के का पता चला
महक जब अस्पताल में भर्ती थी, इसी दौरान उसके बड़े पापा के वॉट्सएप पर अननोन नंबर से मैसेज आया। इसके बाद मैसेज को डिलीट भी कर दिया। एक मैसेज 10 बजकर 48 मिनट पर तो दूसरा करीब 11.30 बजे आया। महक की तबीयत साढ़े दस बजे के करीब बिगड़ी थी। घरवालों ने नंबर के बारे में जानकारी निकाली तो वो क्षेत्र में रहने वाले लड़के असद पटेल का निकला। इसके कुछ देर बाद ही महक की मौत हो गई।
अगले दिन 19 अप्रैल को परिजन ने चक्काजाम कर दिया। उनकी शिकायत पर खुड़ैल थाने में आरोपी लड़के असद पिता शब्बीर हुसैन, उसके पिता शब्बीर, मां शहनाज और दादा हैदर अली के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया। असद, शब्बीर और हैदर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, तीनों फिलहाल जेल में हैं। शहनाज अभी भी फरार है।