मध्य प्रदेश में थमने का नाम नहीं ले रहे पेपर लीक के मामले।
भोपाल। एक बार फिर नेशनल हेल्थ मिशन की परीक्षा के पेपर लीक हो गए है जिसके विरोध में मध्यप्रदेश एनएसयूआई मेडिकल विंग ने मोर्चा खोल कर विरोध जताया है।
एनएसयूआई मेडिकल विंग के नेतृत्व एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने पहुंच कर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्यप्रदेश के मुख्य प्रशासकीय अधिकारी को मिशन संचालक के नाम ज्ञापन सौंपा कर उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की है।
एनएसयूआई मेडिकल विंग के पूर्व प्रदेश समन्वयक रवि परमार ने संचालक के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा कि 15 लाख रूपए में प्रश्नपत्र बेचे गए है। मामला सामने आने के बाद परीक्षा निरस्त की गई जिसमें कई अधिकारी और कर्मचारी भी शामिल हैं।
एनएचएम द्वारा मामले को दबाने का भी प्रयास किया जा रहा है जिसमें संचालक की भूमिका भी संदीग्ध हैं।
रवि परमार ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा संविदा नर्सिंग स्टाफ की 2284 रिक्त पदों की भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी।
परीक्षा दो शिफ्ट में आयोजित की गई थी सुबह की शिफ्ट का पेपर होने के बाद दोपहर की शिफ्ट का पेपर शुरू होने से पहले ही लीक हो चुका पेपर देने हजारों छात्र छात्राएं परीक्षा केंद्र पर पहुंचे थे एनएसयूआई ने अपने अपने व्यय पर पेपर देने पहुंचे अभ्यर्थियों के को भत्ता देने की मांग की हैं।
अक्षय तोमर ने बताया कि एनएसयूआई ने पेपर लीक मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग कर दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने की मांग की हैं वहीं जिस स्ट्रेटेजिक एलायंस मैनेजमेंट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी के माध्यम से परीक्षा करवाई जा रही थी उस कम्पनी के संचालक पर कार्यवाही कर ब्लैकलिस्ट करने की मांग की हैं।
इस मौके पर अक्षय तोमर अरूण सिंह राजपूत राजवीर सिंह ईश्वर चौहान वंश कनौजिया रवि पटेल मोहित पटेल ऋषि डूबे अनिमेष गोंडली आदर्श रघुवंशी यामिर और सभी एनएसयूआई कार्यकर्ता उपस्थित थे ।
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