
गौरिहार/ एमपीआरडीसी के ठेकेदार तोमर बिल्डर्स द्वारा खड्डी से चन्द्रपुरा तक करीब 6 किमी तक सड़क बनाये जाने का कार्य किया जा रहा है। अभी हाल ही में डामर डालने का कार्य किया जा रहा है लेकिन घटिया सामग्री का उपयोग होने के कारण खड्डी से सिसोलर तिराहे तक लगभग 4 किमी पर करीब 12 जगह डामर का दूसरा कोट धरासायी हो गया है। इस नई नवेली सड़क के धरासायी होने की शिकायत वर्तमान में चल रही विकास यात्रा के दौरान क्षेत्रीय लोगों ने विधायक से की थी। मंगलवार को खड्डी से विकास यात्रा का काफिला सिसोलर जा रहा था तभी विधायक ने उक्त सड़क का औचक निरीक्षण किया जिसके बाद विधायक ने ठेकेदार द्वारा की जा रही गड़बड़ियों की शिकायत मुख्यमंत्री से करने के साथ मामले को विधानसभा में उठाये जाने की बात कही है।
हाल ही में हुआ है डामरीकरण
लगभग 11 करोड़ की लागत से बनने वाली सड़क में ठेकेदार ने पहले तो बेस को लागलपेटकर तैयार किया है और उसके बाद डामर विछाने का कार्य किया गया जो अंतिम पड़ाव की ओर है। घटिया मटेरियल होने के कारण करीब 4 किमी की दूरी में 12 जगहों पर डामर का पहला कोट ध्वस्त हो गया जिसके बाद सड़क निर्माण की गुणवत्ता की पोल खुल गई। क्षेत्रीय लोगों ने हो रहे घटिया निर्माण की शिकायतें पूर्व में कई बार की की थी लेकिन एमपीआरडीसी के जवाबदारों ने ठेकेदार के विरुद्ध कोई कार्रवाई न कर उपकृत करने का कार्य किया है। जिससे यह स्पष्ट है कि ठेकदार के विरुद्ध कार्रवाई करने से विभाग कतराता है। पूर्व में भी करीब 2 किमी सड़क का डामरीकरण होते ही कई हिस्सों में दरारें आ गई थी जिसको लागलपेटर कर पुनः बनाया गया। लेकिन बेस सही न बनाये जाने के कारण दोबारा भी डामर फट गई।एक बार फिर घटिया सामग्री से बनाई गई आगे की सड़क के बनते ही फट जाने से क्षेत्रीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
। मीडिया से बातचीत के दौरान विधायक ने बताया कि मैंने पहली बार इस तरह की घटिया सड़क को देखा है। इस संबंध में मैं मुख्यमंत्री, विभागीय मंत्री से शिकायत करूँगा और सड़क को पुनः गुणवत्तापूर्ण बनाये जाने की मांग की होगी। मेरे क्षेत्र में इस तरह की धांधली बर्दास्त नहीं की जाएंगी। जरूरत पड़ी तो मैं इस मामले को विधानसभा सत्र में रखूंगा। इस तरह से बनने वाली सड़क में जहाँ सरकारी धन का दुरूपयोग हो रहा है वहीं आने वाले समय में यह आम लोगों के लिये अनुपयोगी साबित होगी।
मैंने परसो खुद जाकर देखा था, ठेकेदार को सड़क दुरुस्त करने के निर्देश दिये गये है अक्सर सड़क में इस तरह की खामियां आ जाती है।
*एम के पटेल सहायक प्रबंधक एमपीआरडीसी छतरपुर* ।