भीम सेना ने निजी ट्रांसपोर्ट कंपनी के खिलाफ लगाए जीएसटी चोरी के आरोप
बैतूल। जिले की एक निजी ट्रांसपोर्ट कंपनी द्वारा जीएसटी और सीजीएसटी की चोरी कर सरकार को लाखों रुपए का चूना लगाने का मामला सामने आया है भीम सेना संगठन में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर इस मामले का खुलासा किया है।भीम सेना संगठन ट्रांसपोर्ट कंपनी अशोक कैरियर के खिलाफ यह गंभीर आरोप लगाए हैं। भीम सेना संगठन के प्रदेश प्रभारी पंकज अतुलकर ने बताया कि अशोक कैरियर की सभी गाड़ियों और एजेंसी धारको द्वारा बड़े स्तर पर जीएसटी और सीजीएसटी की चोरी की जा रही है। उन्होंने बताया कि बैतूल जिले में बहुत से ट्रांसपोर्ट एजेंसी अवैध रूप से चल रही हैं जिसमें अशोक कैरियर (शनि मंदिर के पास गंज) एवं आर.के. गैरेज (अग्रवाल शॉपिंग सेंटर के पीछे गंज) द्वारा पूरे देश से सभी प्रकार के समान (वस्तुओं) को बैतूल में लाया जाता है और भिजवाया जाता है, जिसमें बड़े स्तर पर जीएसटी और सीजीएसटी की सेल टैक्स विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत से चोरी की जा रही है जिससे शासन को करोड़ों रुपए का चूना लग रहा है। भीम सेना ने मांग की है कि शासन के राजस्व की चोरी करने वाले सभी ट्रांसपोर्ट एजेंसी पर विधि अनुसार कार्यवाही की जाए, राजस्व चोरी पकड़ने के लिए अलग से टीम बनवाकर छापामार कार्यवाही करने की मांग की गई ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी हुए बगैर शासन का राजस्व बढ़ाया जा सके। इस संबंध में विभाग के अधिकारी ने भीम सेना संगठन के पदाधिकारियों को आश्वस्त किया कि आवश्यक जांच के लिए शिकायत आवेदन संबंधित विभाग को प्रेषित कर रहे हैं, जांच के बाद विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
टैक्स चोरी पर विभाग नहीं लगा पा रहा लगाम
भीमसेना जिला सचिव सोनू मसोदकर ने आरोप लगाया कि जिले में लगातार हो रही टैक्स चोरी के मामले में विभाग लगाम नहीं लगा पा रहा है। जिले के कई रूटों में आने-जाने वाली बसों की छतों पर भी भारी-भरकम लगेज लोड आसानी से देखा जा सकता है जबकि यह काम ट्रांसपोर्टरों के जरिए होता है ताकि टैक्स चोरी न हो। इसको लेकर वाणिज्यिक विभाग भी कार्रवाई नहीं करता। इसके कारण व्यापारी रोज टैक्स चोरी कर सामान बसों के माध्यम से एक राज्य से दूसरे राज्य में पहुंचा रहे हैं। व्यापारी बाहर से दुकान के लिए माल मंगवाते हैं। जिससे उनका काफी टैक्स बचता है। आरटीओ बैरियर पर सभी वाहनों की जांच करने के निर्देश होने के बाद भी यहां पर प्रतिदिन सभी वाहनों की जांच नहीं की जाती है। जिससे यहां से बस की छत में भारी भरकम सामान भरकर निकाला जा रही है। ज्ञापन सौंपने के दौरान पंकज अतुलकर, अरुण राठौर,सोनू मसोदकर, हर्षान्त माथनकार, बंटी यादव, आदि लोग उपस्थित थे।