बैतूल पुलिस विभाग के अधिकारियों के नखरे पत्रकारों के सामने
बैतूल के कप्तान प्रेस वार्तालाप के लिए जिले के पत्रकारों को बुलाते हैं और अपनी वाहवाही लूटते लेकिन जब वही पत्रकार किसी थाने जाकर एसपी साहब का कवरेज तथा बाईट लेने की बात करते हैं तो तब जिले के कप्तान पत्रकारों के कैमरे बंद करवाते हैं और सवालों से बचते नजर आते हैं कप्तान साहब कहते हैं कि ऐसा थोड़ी ना होता है की अगर मैं किसी थाने जाऊगा तो आप वीडियो बनाने लग जाओगे तो एसपी साहब आपको हम बता दें पत्रकार 24 घंटे आपने कर्तव्य पर रहता है जिस तरह से साहब पत्रकार के कैमरे बंद करा रहे थे आखिर क्या वजह रही होगी? क्या पत्रकारों का हनन कर रहे हैं क्यू एसपी जिले के कप्तान सिद्धार्थ चौधरी पत्रकारों को कवरेज करने से रोक रहे थे? जब पत्रकार ने एसपी से कहा कि एसडीओपी कार्यालय में 25000 की रिश्वत की बात हो रही थी तो एसपी साहब भड़क गए सूत्रो से मिली जानकारी मे कुछ चंद घंटों में बैतूल जिले में 25000 को लेकर अफवाहों का बाजार गर्म है?बैतूल पुलिस विभाग के अधिकारियों के सारे नखरे पत्रकारों के सामने ही नजर आ रहे है।पुलिस विभाग मे अधिकारियो के पत्रकारों के सामने अपने अपने शौक एक को कैमरे से प्यार तो वही दूसरे को कैमरे से परहेज
(हद मे रहो तुम्हारी)
एसपी सिद्धार्थ चौधरी का कहना