फर्जी नक्शे के आधार पर हड़प ली आदिवासियों की जमीन
पीड़ित आदिवासियों ने कलेक्टर से की शिकायत, सरपंच के खिलाफ लगाया आरोप

बैतूल चिचोली तहसील क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम बरखेड़ा में फर्जी नक्शे के आधार पर आदिवासियों की जमीन हड़पने का मामला सामने आया है। इस मामले में ग्रामीणों ने समाजसेवी मेजर विनोद यादव के नेतृत्व में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है।आवेदको ने सरपंच पर वन विभाग के साथ मिलीभगत कर जमीन पर कब्जा करने के आरोप लगाए। आवेदक फूलचंद मोरले ने आरोप लगाया कि पूर्व सरपंच रामदयाल बारस्कर ने मेकसिंह बारवे, वन समिति के अध्यक्ष सोमजी कास्दे से मिलीभगत कर वन भूमि का पट्टा देने के नाम पर आदिवासी ग्रामीणों से चार -चार हजार की अवैध उगाही कर ली, लेकिन किसी को भी वन भूमि का पट्टा नहीं दिया गया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पट्टा देने के नाम पर अवैध वसूली भी कर ली गई और अब ग्रामीणों के हिस्से की वन भूमि पर सरपंच ने कब्जा कर लिया है। ग्रामीणों का कहना है कि जब हम इस भूमि पर जोतने के लिए जाते हैं तो सरपंच वन विभाग से मिलीभगत कर अतिक्रमण की शिकायत करते हुए उन्हें परेशान किया जाता है। ग्रामीणों का आरोप है कि नकली नक्शे के आधार पर पूर्व सरपंच ने गैर आदिवासी को जमीन ठेके पर दे दी है। ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व सरपंच ने जंगी यादव, परस, मोहन यादव, रामचरण यादव को जमीन ठेके पर दी है।


ग्रामीणों का आरोप है कि अनावेदकगणों से पूरा गांव परेशान है। अवैध कार्यों के लिए ग्रामीणों पर दबाव बनाया जाता है। ग्रामीणों को धमका कर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। ग्रामीणों ने कलेक्टर से इस मामले में उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। शिकायत करने वालों में फूलचंद मोरले, कालूराम, दीवाल सिंह, दिनकर, सुखचंद, हजारी बारवे, मनजीत सिंह बारस्कर शामिल है