बढ़ रहा है नशे का करोबार, युवाओं की जिंदगी के साथ परिवार हो रहे है बर्बाद
बहिरदे गांव से पिंटू करता है प्रतिबंध कोरेक्स की सप्लाई
आखिरकार कहां से आता है भारी मात्रा मे नशीली दवाएं
नौरोजाबाद;- जिले के नौरोजाबाद थाना अंतर्गत बड़ागांव ग्राम पंचायत अंतर्गत बहिरदे गांव से नौरोजाबाद बिरसिंहपुर पाली, पाली प्रोजेक्ट, विंध्या कॉलोनी, बहिरदे गांव, घुलघूली, आसपास क्षेत्र में धड़ल्ले से कई महीनों से पिंटू के द्वारा प्रतिबंध कफ सिरप कोरेक्स और टेबलेट गोली का सप्लाई युवाओं को धड़ल्ले से कर रहा है घर बैठे युवाओं को पहुंचाने का काम करता है पिंटू और 3 गुना पैसा कमाता है ज्यादा पैसा कमाने की चाहत में लोगों को मौत के मुंह में धकेलने का काम कर रहा है पुलिस के डर के कारण जब वह नौरोजाबाद घुसता है तो कई जगह जंगलों में जहा अपना अड्डा बना कर रखा है सभी दवाइयों को अपने अड्डे पर कोरेक्स कफ सिरप और नशीली गोली लुका देता है जहां से निकालकर लोगों को उपलब्ध कराने का काम करता रहता है उसका और कोई काम नहीं है रात दिन उसका यही काम है और उसका साथ भी कई युवा देते है उनकों यह पैसा भी देता है
कोरेक्स के शिकार हो रहे हैं युवा पीढ़ी चंदा कर के लेते हैं कोरेक्स
नौरोजाबाद क्षेत्र में नवयुवकों नशे की इतने आदी हो गए हैं कि वह आपस में 50_80_100_70 चंदा करके कोरेक्स कप सिरप लेते हैं और कोरेक्स मे पानी डालकर घूंट पर घूंट पीते हुए अपने नशा की पूर्ति करते हैं अगर नशा पूरा नहीं होता है तो वह कोई भी मीठा सामग्री का खानपान करते हैं जिससे कि नशा उनका पूरा हो जाए यह तो हालात है नौरोजाबाद की चाय की दुकान में पान की दुकान है अन्य चौक चौराहे पर जन चर्चा का विषय बना हुआ है यह नशे का कारोबार
200 से 250 लेकर 300 तक बिकती है कोरेक्स
सूत्रों की माने तो पिंटू भारी मात्रा में कफ सिरप कोरेक्स और टेबलेट लेकर आता है जो कि बिरसिंहपुर पाली, पाली प्रोजेक्ट, विंध्या कॉलोनी, नौरोजाबाद, बहिरदे गांव, घुलघूली, आसपास के पूरे ग्रामीण क्षेत्रों में पिंटू का काफी बोलबाला है प्रतिदिन लोग इस से संपर्क कर कफ सिरप कोरेक्स लेते हैं जहा बुलाता लोग चल कर जाते है लेने प्रतिदिन इसका सेवन करने वाले युवक के पास इतना पैसा कहा से पाए की अपना नशा पूरा कर ले कम पैसा रहने पर इनके द्वारा टेबलेट गोली लिया जाता है और उसे अपनी नशा की पूर्ति करते हैं नासा के इतने आदी हो गए हैं युवा कि कोई ना कोई गलत दिशा में जा कर काम करने को मजबूर होते हैं जिससे कि इनका नशा पूरा हो सके
सेटिंग के हिसाब से रेट निर्धारित चोको बोलते है कोरेक्स को प्यार से
वैसे तो यह कफ सिरप कोरेक्स प्रतिबंध है यह कफ सिरप कई नाम से आता है लेकिन इसके चाहने वाले इसे प्यार से चोको कहते हैं जिसको देखते हुए अवैध काम में सम्मिलित लोगों ने इसको प्यार से चोको का नाम दे दिया है लोग जब इसको मांगते हैं तो कहते हैं कि हमको चोको चाहिए जिसकी जैसे सेटिंग वैसे रेट में पिंटू देता है कोरेक्स और टेबलेट जिसके लिए युवा लोगों को आपस में 200 और 250 एवं 300 मिलाकर चंदा करके कोरेक्स (चोको) लेते हैं और अपना नशा पुरा करते हैं और फिर सारे युवक झूमते हुए कहते हैं हम इसी के लिए हैं न किसी के लिए, हम जीते हैं सिर्फ चोको के लिए। चोको शब्द कोई अंजान शब्द नहीं है। यह एक कोरेक्स सीरप का नाम युवाओं के द्वारा दिया गया है। जो कि खांसी जैसी बीमारी में काम आता था। जिस पर पूर्णता प्रतिबंध लगा हुआ है जिसे पीने के आदी नगर के युवक हो गए हैं। कोरेक्स आज पिंटू जो कि आसानी से उपलब्ध करा रहा है लोगों का कहना है कि कोरेक्स पीने से नशा आता है। कोरेक्स पीने से उसका साइड इफेक्ट इन पीने वालों को पता नहीं है और युवा पीढ़ी इस दलदल में फंसते चले जा रहे हैं। नई पीढ़ी कोरेक्स का आदी होते जा रहा है ना भूख लगती है ना प्यार बस नशा पूरा होने चाहिए उन्हें खाने से अधिक चिंता कोरेक्स की बोतलें जुटाने की रहती है।
कम पैसे में टेबलेट ज्यादा पैसे भी कोरेक्स
सूत्रों की मानें तो पिंटू अपने घर से निकल कर नौरोजाबाद की युवाओं को नशे के आदि बनाने में कहीं से कसर नहीं छोड़ रहा है प्रतिदिन पिंटू अपनी दो पहिया वाहन से मुंह में नकाब बांधकर नौरोजाबाद घुसता है और नगर के कई जगह पर वह अपने कोरेक्स धड़ल्ले से सप्लाई करता है और अपने गांव निकल जाता है यह कोई पहला मामला नहीं है कि पिंटू इस काम में पुराना खिलाड़ी और शातिर अपराधी है पिंटू के ऊपर पूर्व में भी कोरेक्स सप्लाई के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी हासिल हुई थी और पुलिस ने उसे सलाखों के पीछे भी भेजा था लेकिन पिंटू है कि वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है प्रतिदिन वह कई क्षेत्रों में कोरेक्स कफ सिरप सप्लाई करते हुए नजर आता है 3 गुना पैसा कमाने की चाह में पिंटू के द्वारा युवाओं को नशे में धकेलने का काम धड़ल्ले से किया जा रहा है पिंटू 5 नंबर धक्का से घुसता है और पांच नंबर, पीपल चौक, बस स्टैंड, बाजार पूरा ,कई जगहों पर इसके नशा के चाहने वाले इसका इंतजार करें बैठे रहते हैं कि हमारा पिंटू आएगा और हमें नशे का टेबलेट और कफ सिरप देकर जाएगा
आखिर लोग क्यों करते हैं कोरेक्स का सेवन?
ज्यों-ज्यों शराब पर अधिक रेट होना, त्यों-त्यों नशेड़ी अलग-अलग तरह के विकल्प खोज रहे हैं। इन्हीं विकल्पों में कोरेक्स समेत अन्य नशीली दवा का इस्तेमाल किया जा रहा है। कोरेक्स शराब से भी अधिक और जानलेवा है। कोरेक्स को एनडीपीएस एक्ट के तहत बिक्री से प्रतिबंधित किया गया है। शराब की लत कोरेक्स से बुझा रहे नशेड़ी। प्रतिमाह कोरेक्स व अन्य नशीली दवाओं की लाखो की बिक्री हो रही है और युवा नशा की ओर बढ़ते हुए जा रहे हैं
संदीप तिवारी खुलासा उमरिया