झोलाछाप के सामने नतमस्तक हुआ स्वास्थ विभाग
कार्रवाही के बाद भी धड़ल्ले से चल रही है फर्जी क्लीनिक
2 दिन बीत जाने के बाद भी नहीं हुई FIR
संदीप तिवारी:-नौरोजाबाद/ उमरिया जिले के नौरोजाबाद स्थित समीर अधिकारी जोकि कलेक्टर के आदेश के बाद स्वास्थ्य विभाग ने दबिश देकर ताला लगा दिया था उसके बाद समीर अधिकारी के द्वारा जैसे ही अपने यात्रा से लौटा तो उसके द्वारा अपनी क्लीनिक सामने से कई घंटों तक संचालित करता रहा जैसे ही मामले की जानकारी स्वास्थ विभाग को दी गई उसके द्वारा सामने से फिर से ताला को लगा दिया और वह क्लीनिक उसके द्वारा पीछे से आस-पड़ोस के सहयोग के माध्यम से संचालित करने लगा जिसमें वीडियो के माध्यम से देखे जा रहा है कि आस-पड़ोस के लोगों के द्वारा समीर अधिकारी के पास जो मरीज आ रहे हैं उनको उसके घर के पीछे से ले जा के अंदर तक इलाज करवाने का काम किया जा रहा है समीर अधिकारी के द्वारा कई लोगों को वहां पर लगाकर रखा गया है जो वहां सामने उपस्थित मरीजों को ले जाकर पीछे के रास्ते से इलाज करवा रहे हैं
क्या कोई मौखिक आदेश मिला झोलाछाप कों
सूत्र समीर अधिकारी आज अपने चेंबर में बैठकर धड़ल्ले से लोगों का इलाज कर रहा है और जहां पर वह महिलाओं का लड़कियों का इलाज करता वहां पर सीसीटीवी कैमरा भी लगाया हुआ है जो कि उस दिन भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जानकारी दी गई थी कि जहां पर वो महिलाओं का इलाज करता है और सुई लगाता है वहां पर उसके द्वारा सीसीटीवी कैमरे का उपयोग कर रहा है जो कि अपराध की श्रेणी में आता है यह तो स्वास्थ्य विभाग को चैलेंज करते हुए नजर आ रहे हैं आखिर स्वास्थ्य विभाग ने ऐसा कौन सा ताला लगाया कि समीर अधिकारी ने वह ताला की चाबी पा गए और खोल के कई घंटों तक इलाज किया
पूर्व में हुई कार्रवाही
आज से 2 दिन पूर्व जब जिम्मेदारों तक बात पहुंची तो उसके बाद फिर पीछे का रास्ता तय कर लिया है यह तो गंभीर मामला है जब इस विषय में स्वास्थ्य विभाग अधिकारी वीएस चंदेल को जानकारी दी गई तो उनके द्वारा तत्काल f.i.r. करने का कहा गया लेकिन आज 2 दिन बीत जाने के बाद भी स्वास्थ विभाग के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई और पूर्व में भी मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएचएमओ) डॉक्टर आरके मेहरा के द्वारा कार्यवाही की गई थी उसके बावजूद आज भी धड़ल्ले से क्लीनिक कैसे चल संचालित कर रहा है यह तो समझ से परे है
यह है पूरा मामला
लगातार शिकायत जिला कलेक्टर डॉक्टर कृष्ण देव त्रिपाठी और स्वास्थ विभाग को हो रही थी की समीर अधिकारी के क्लीनिक का स्वास्थ विभाग में पंजीयन भी नहीं है और उसके ऊपर परिवारवाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आरके मेहरा के द्वारा उमरिया न्यायालय में लगाया गया है जो कि न्यायालय में विचाराधीन है
ये है मेडिकल झोलाछाप की
उसके बावजूद विभाग के पास उसका कोई पुख्ता दस्तावेज ना होना और ना ही जिला स्वास्थ्य कार्यालय में पंजीयन ना होना उसके बाद भी वह क्लीनिक संचालित कर रहा था समीर अधिकारी के ना उपस्थिति में उसके कर्मचारियों के द्वारा उसकी क्लीनिक को संचालित करने पर भी शिकायत हो रही थी जिसके बाद कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कार्यवाही करने के लिए कहा उसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम वीएस चंदेल और राजेंद्र तिवारी ने दबिश दी दबिश के दौरान पाया गया कि समीर अधिकारी क्लीनिक में उपस्थित नहीं है उसके कर्मचारियों के द्वारा ही लोगों का इलाज किया जा रहा है कुछ अंग्रेजी दवाइयां भी बरामद हुई जिसके तहत क्लीनिक को बंद करने का कार्य किया गया
क्लीनिक में ताला लगा दिया गया लेकिन समीर अधिकारी इसके पूर्व में भी जब-जब क्लीनिक में ताला लगा तब तब यह पीछे के रास्ते से लोगों का इलाज करते हुए नजर आया है जब इस विषय में बीएमओ करकेली वीएस चंदेल से बात की गई तो उनके द्वारा कहा गया कि अगर वह क्लीनिक संचालित कर रहा है तो उसके ऊपर एफ आई आर दर्ज करवाया जाएगा जो कि आज तक नही हुआ
सीएचएमओ को प्रतिवेदन बनाकर भेजेंगे:- तहसीलदार
नौरोजाबाद तहसीलदार पंकज तिवारी ने 5 नंबर कॉलोनी स्थित समीर अधिकारी के क्लीनिक जो कि अपने निजी घर में संचालित कर रहा है पीछे से क्लीनिक चलने की जानकारी के बाद तहसीलदार ने मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल किया उस समय समीर अधिकारी उपस्थित नहीं था कोई कर्मचारी उपस्थित था उससे पूछताछ की गई उसके बाद कई अंग्रेजी दवाई भी वहां पर रखी हुई थी तहसीलदार के द्वारा मीडिया को जानकारी देते हुए बताया गया कि वहां पर आधे घर का सामान है और आधा मे दवाईयों से भरा हुआ है जो कि मेरे अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है इसलिए मैं उस दवाइयों को जप्त नहीं किया हूं लेकिन अगर समीर अधिकारी उपस्थित होता तो उसके डिग्री की जाचं करता कि किस आधार पर वो क्लीनिक संचालित कर रहा है उसकी जानकारी जरूर लेता में मौके से घूम कर आया हूं अपना जांच प्रतिवेदन सीएचएमओ डॉक्टर आरके मेहरा को भेजूंगा और नियम के विरुद्ध अगर चल रही है तो उसके ऊपर वैधानिक कार्यवाही करवाने के लिए और बंद करवाने के लिए बात करूंगा