गंज पुलिस की बड़ी कार्रवाई आईपीएल सट्टा लिखते एक युवक को 10 लाख के ऑनलाइन लेनदेन के साथ 44 हजार नगद के साथ पकड़ा

 

पुलिस अधीक्षक बैतूल सिद्धार्थ चौधरी के निर्देशन में एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज सोनी एवं अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) सुश्री सृष्टि भार्गव के मार्गदर्शन में लगातार ऑनलाइन आईपीएल सट्टा जैसी अवैधानिक गतिविधियों पर रोकथान हेतु सख्त निर्देश दिये गए हैं।
इसी के पालन में थाना गंज बैतूल पुलिस द्वारा लगातार दूसरी बड़ी कार्यवाही करते हुए तीन व्यक्तियों के विरुद्ध 4(क) सट्टा अधिनियम एवं 109 भादवि के तहत मामला दर्ज किया गया, जिसमें लाखों रूपयों के लेनदेन का खुलासा हुआ है। इसका नेटवर्क भोपाल, इंदौर इटारसी, बैतूल तक फैला होने के साक्ष्य मिल रहे हैं। आईपीएल सट्टे के विरुद्ध अवैधानिक गतिविधियों पर रोक लगाने हेतु तकनीकी टीम के द्वारा भी लगातार सहायता ली जाकर कार्यवाही की जा रही है। प्रकरण की विवेचना जारी है।
कल रात्रि कस्बा भ्रमण दौरान टेलीफोन के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि नेहरू पार्क चौपाटी के पास एक अमर आर्य नाम के एक व्यक्ति को आईपीएल मैच पर सट्टा लगा रहा है।सूचना के आधार पर गंज थाना पुलिस द्वारा रेड कार्यवाही करते हुए नेहरू पार्क चौपाटी पहुंचकर संदेही अमर आर्य उम्र 35 साल निवासी विकास नगर बस स्टैंड चिचोली से पूछताछ की गई तो बताया कि कालू सिंधी निवासी गंज एवं रंजीत राय निवासी दमोह द्वारा अलग अलग बैंक खातों, एव मोबाईल नंबरों द्वारा आईपीएल क्रिकेट मैचों पर सट्टे के रुपये पैसे लिंक एवं पासवर्ड खरीदने तथा चुकारा देने की बात स्वीकार की।मोबाइल और 41 हजार किए जब्त | उक्त व्यक्ति सियोमी एवं वन प्लस कंपनी के मोबाईल फोनों को चेक किया गया जो फोन में आईपीएल सट्टे के रुपये पैसों के लेनदेन अलग- अलग समय एवं दिनांक पर विभिन्न राशियों के कुल 10,00,000/- रू ( दस लाख रूपये) के लेनदेन का आनलाईन ट्रांजेक्शन होना पाया गया। आरोपी के कब्जे से सियोमी एवं वन प्लस कंपनी के दो मोबाईल फोन एवं नगदी 44,000/-रू (चवालीस हजार रूपये जप्त कर कब्जा पुलिस लिया गया। आरोपी अमर आर्य एवं उसके साथी कालू सिंधी निवासी गंज एवं रंजीत राय निवासी दमोह के विरुद्ध अपराध धारा 4(क) सट्टा अधिनियम एवं 109 भादवि का पंजीबद्ध किया गया।

इनका रही भूमिका

कार्यवाही में निरीक्षक ए.बी. मर्सकोले उपनिरीक्षक आदित्य करदाते, उपनिरीक्षक नितिन पटेल, उपनिरीक्षक वंशज श्रीवास्तव, प्रधान आरक्षक 351 संदीप, आरक्षक नरेंद्र, नितिन, दुर्गेश, मनोज, जसपाल, आर. 572 अतुल, सायबर सेल आरक्षक राजेंद्र धाडसे, दीपद्र सिंह, चंद्रपाल सरयाम की विशेष भूमिका रही।

Loading

WhatsApp
Facebook
Twitter
LinkedIn
Email

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

मुंबई विश्वविद्यालय का गजब कारनामा मगध विश्वविद्यालय बिहार के नाम पर फर्जी पीएचडी से शिक्षक नियुक्ती और प्रोफेसर के पद पर पदोन्नती तक

कल्याण स्थित के.एम. अग्रवाल महाविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग के शिक्षक पांडे

Loading

Search