कांग्रेसियों की कारस्तानी और लेडी नदी मैं अवैध उत्खनन
बंसल कंपनी इंदौर फोरलेन निर्माण में बैतूल के पर्यावरण को गंभीर चोट खनिज विभाग की आखो मे क्या मोतियाबिंद हो गया है?
बैतूल जिला मुख्यालय पर इस तरह का कार्य चल रहा है भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता कुछ भी कहे परंतु बैतूल जिला मुख्यालय पर विपक्ष का बोलबाला जिला प्रशासन से लेकर छोटा सा कर्मचारी भी निभा रहा है और भारतीय जनता पार्टी के कर्णधार मात्र अधिकारियों के आदर सूचक शब्दों से खुश होकर बैतूल जिले की फिजा को खराब होने से नहीं बचा पा रहे हैं ऐसा एक उदाहरण आज जन चर्चा का विषय बना जिसमें समाचार पत्रों में भी छपा की स्वास्थ्य व्यवस्था इतनी लचर क्यों जबकि शासित दल में एक जनप्रतिनिधि स्वास्थ्य विभाग से संबंधित और वह इकलौता शासित पार्टी में जनप्रतिनिधि में उसके उपरांत जनता स्वास्थ्य सेवा के लिए दर-दर भटक रही है जिससे ऐसा प्रतीत होने लगा है कि बैतूल जिले मैं शासित दल के नेताओं की नहीं चल रही और बैतूल जिले में शिवराज सिंह चौहान की सरकार खुलकर बदनाम की जा रही उसका प्रमुख कारण बैतूल जिले में शासित दल के नेता जनप्रतिनिधि की बात क्यों नहीं सुन रहा है मुख्यमंत्री और ऐसे अधिकारियों की पदस्थापना बैतूल जिले में कर देते हैं जो उनकी पार्टी की जड़े काटने के लिए कार्य करते हैं यह तो बात सेवाओं से संबंधित हो गई परंतु चुनाव भी बहुत करीब परंतु ब्यूरोक्रेट्स मनमानी कर रहा है बैतूल जिले में जिसका परिणाम शासित पार्टी को भविष्य में सामने देखना पड़ सकता है यदि आज भी नहीं जागे तो क्या जनता आपका साथ देगी और यह अधिकारी वर्ग क्या बैतूल जिले की फिजा एवं पर्यावरण को बर्बाद करने के लिए यहां बैठे हैं बैतूल जिले में अधिकारियों को जो बेलगाम है उसका प्रमुख कारण उनकी पदस्थापना सीएम हाउस से हो रही है या हुई मैं यह नहीं कहता उन्होंने कार्य नहीं किया कार्य तो किया परंतु किसके इशारे पर जनता के सामने आपने कार्य किया विपक्ष के जनप्रतिनिधि के द्वारा बोला जाता है तभी कार्य होता है क्या बैतूल जिले में शासित दल के जनप्रतिनिधि नहीं है चलिए यह तो राजनीति की बात परंतु हमारे जिला मुख्यालय के आसपास जो घटनाएं हो रही हैं वह जनता को बहुत ज्यादा सचेत एवं असामान्य बना रही जिला प्रशासन तो इस तरह चल रहा है उसका प्रमुख कारण बैतूल जिले में कलेक्टर साहब अपनी इतनी सिधाई लेकर चलते हैं उनके अधीनस्थ अधिकारी वर्ग पूरे बैतूल जिले में मनमानी कर रहे हैं चाहे आदिवासी से संबंधित कार्य हो चाहे खनिज विभाग का कार्य हो या स्वास्थ्य विभाग से संबंधित कार्य जनता त्रस्त हो चुकी है और इन अधिकारियों की कान में कोई जू नहीं रहती यह तो मात्र धन कमाने के लिए बैतूल जिले में शासन में पदस्थ हुए हैं जिसके चलते आज शिवराज सिंह सरकार बदनाम हो रही है जनता के बीच बैतूल जिला मुख्यालय से मात्र 5 किलोमीटर दूरी पर बंसल कंपनी द्वारा बेतूल इंदौर फोरलेन का कार्य किया जा रहा है जिसमें बंसल कंपनी द्वारा वे हताश नदी का अवैध उत्खनन किया गया उसके पीछे कौन यही सबसे बड़ा प्रश्न जब जन चर्चा सामने आई तो विपक्ष के ऐसे लोगों का नाम सामने आया कि जनप्रतिनिधि अपने लोगों को इतनी छूट देगा तो जिला प्रशासन क्या कर रहा है जिला मुख्यालय से 5 किलोमीटर दूर स्थित नदी को अवैध उत्खनन कर क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति बिगाड़ दी गई तथा बंसल कंपनी द्वारा अवैध रूप से उत्खनन किया गया और कई शिकायतों के उपरांत भी खनिज विभाग ने जिला प्रशासन ने क्यों नहीं की कार्रवाई है सबसे बड़ा प्रश्न चिन्ह क्या बैतूल जिले में किस के इशारे पर जिला प्रशासन खामोश हो जाता है इसके पूर्व भी कई बड़ी अनियमितताएं जिला प्रशासन द्वारा दबाने का प्रयास किया गया उस उससे स्पष्ट होता है कि बैतूल में जिला प्रशासन क्या कार्य कर रहा है और किस कार्य के कारण शासित दल अर्थात शिवराज सिंह की सरकार जनता के बीच अपने आप को लूटा जैसा समझ रही जिसका परिणाम इन अधिकारियों की कारस्तानी के चलते विधानसभा चुनाव में सामने आने में समय नहीं लगेगा किस तरह बंसल कंपनी फोरलेन सड़क का निर्माण कर रही है परंतु अवैध उत्खनन ओवरलोडिंग तथा खनिज विभाग की मिलीभगत के कारण बैतूल क्षेत्र की पर्यावरण पर कठोर प्रहार कर रहे हैं जिससे इस क्षेत्र का पर्यावरण बिगड़ेगा परंतु मीडिया कुछ भी बोले अधिकारियों के कान में कोई सुनवाई नहीं होती खनिज विभाग में बंसल कंपनी को खुली छूट अवैध उत्खनन की दी मशीन नदी के बीच में लगा कर अवैध उत्खनन किया गया जो पर्यावरण तथा जल जीवो के लिए सबसे बड़ा हानिकारक सौ पचास डंपर नहीं 500 डंपर से अधिक जीएसबी कंपनी द्वारा निकालकर फोरलेन में उपयोग किया गया यदि राजस्व विभाग एवं खनिज विभाग मिलकर बैतूल जिला मुख्यालय के 40 किलोमीटर की परिधि में गहन अध्ययन करें तो बंसल कंपनी ने जो बैतूल जिले को पर्यावरण और अवैध उत्खनन की चोट पहुंचाई उसकी भरपाई तो नहीं की जा सकती इसे तो एसा लगता है कि खनिज विभाग के अधिकारियो की आख मे मोतियाबिन्द हो गया है।