कव्वाली का शानदार मुकाबला
5 मई को धूमधाम से मनाया जायेगा सैयद सूफ़ी बाबा का उर्स मन्नते होती है यहां पूरी
सारनी। आगामी 5 मई को सैयद सूफी बाबा का उर्स शरीफ धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। 5 मई को दरगाह शरीफ में हिंदुस्तान के मशहूर कव्वाल हाजी मुकर्रम वारसी भोपाल से आ रहे हैं, दूसरे कव्वाल शोएब जुनैद साबरी छिंदवाड़ा से आ रहे हैं!हजरत सुफी शाह बाबा का दरबार हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है। इस मजार में हर धर्म एवं सम्प्रदाय के लोग आते हैं। सुफी बाबा के मजार पर हिंदू और मुस्लिम एक साथ माथा टेककर सुखमय जीवन की पीर बाबा से दुआ मांगते हैं। यहां हर साल 5 मई पर उर्स के अवसर पर बड़े ही धूमधाम से हिंदू और मुस्लिम सहित स्थानीय लोगों के सहयोग से चादरपोशी की जाती है। इस अवसर पर जायरीनों से पूरा मजार परिसर भर जाता है।,5 माई के कार्यक्रम में काफी संख्या में आसपास क्षेत्र के लोग पीर बाबा के दरबार में माथा टेकते हुए नियाज चढ़ाते हैं और सुखमय जीवन की दुआ करते हैं।। जिसकाे लेकर मजार शरीफ पर तैयारी जोरशोर से चल रही है।मजार शरीफ के रंग राेगन के साथ- साथ पूरे परिसर काे रंगीन झालराें से सजाया जा रहा है। हजरत सुफी शाह मजार के खादिम मो.रफीक बाबा ने बताया िक यह मजार वर्षों पुराना है। इस मजार पर वर्षों से उर्स मेला का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दो दिवसीय उर्स शरीफ के मौके पर जायरीनों द्वारा चादरपोशी व नमाज अदा की जाएगी। उर्स कमेटी के अध्यक्ष आशिक खान उर्फ़ लालू भाई ने आगे बताया कि इस पीर बाबा के मजार पर सच्चे मन से माथा टेक मन्नते मांगने वाले की मुरादें पूरी होती है! सभी बाबा के चाहने वालों से अपील करते हैं कि ज्यादा से ज्यादा तादाद में आए और बाबा के दरबार में हाजरी दें और अपनी दुआएं करें और कव्वाली का प्रोग्राम सुने उर्स के अवसर पर मजार की लाइटिंग के बाद भव्यता काफी बढ़ जाती है।