कलेक्टर मामले में संज्ञान लेकर झोलाछाप डॉक्टरों की दुकान कराए बंद
बंगलदेशी नागरिक ने उमरिया में डाला डेरा फर्जी दस्तावेज बना कर
महीना पहुंच रहे हैं झोलाछाप डॉक्टर मुख्यालय मे
जिला अस्पताल के दूसरी नंबर गली में पहुंच रहा है महीना
संदीप तिवारी:- उमरिया:- ; मोहन सरकार के सपनो में पानी फेरने में कोई कोर कसर नही छोड़ रहे हैं सीएचएमओ और बीएमओ
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जब से कमल संभाला है तब से मध्य प्रदेश की तस्वीर और तकदीर बदलने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं एमपी के सभी जिले में स्वास्थ्य सुविधा को बेहतर बनाने के लिए लगातार अधिकारियों को दिशा निर्देश दिया गया है एमपी की जनता को बेहतर इलाज मिल सके उन्हें किसी प्रकार की आसुविधा न हो इसकी चिन्ता मोहन सरकार कर रही है हम बात कर आगर उमरिया जिले में दो विधानसभा है एक मानपुर विधानसभा एवं एक बांधवगढ़ विधानसभा दोनों विधानसभा में अगर हम स्वास्थ्य सुविधा की बात करें तो लगातार कहीं ना कहीं देखा जा रहा है कि लोगों को सही तरीके से स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल पा रहा है एवं लोगों का बेहतर इलाज नहीं हो पा रहा है एवं उनकी बीमारी में भी सुधार न होने के कारण दर-दर भटकते हुए नजर आते हैं और कही न कही झोलाछाप डॉक्टरों के जाल में जा के फस जाते है और झोलाछाप डॉक्टरों के चक्कर में फंसकर वह छोटी बीमारी ले के जाते है और बाद में वह से बड़ा बिमारी का रूप ले लेती है सही समय में उनको बेहतर इलाज और डॉक्टर न मिलने से और सही बीमारी ना समझ पाने के कारण उनकी हालत बिगड़ जाती है जब तक वह सही डॉक्टर के पास पहुंचते हैं तब तक बहुत लेट हो जाता है और वह मौत के काल में समा जाते हैं उमरिया जिला के कलेक्टर भी लगातार जिले का स्वास्थ्य सुविधा बेहतर बनने और सुधारने में लगे हुए है की उमरिया जिले के सभी ग्रामीण क्षेत्र से लेकर नगरी क्षेत्र की जनता को बेहतर इलाज मिल सकें लेकिन उमरिया जिले के सीएचएमओ और बीएमओ के चलते देखा जा रहा है कि लोगों के जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है जिले मुख्यालय सहित तमाम ग्रामीण क्षेत्रों में झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार देखने को मिल रहा है एवं फर्जी क्लिनिक संचालित हो रही है लेकिन सीएचएमओ और बीएमओ के संरक्षण उन्हें प्राप्त होने के कारण उनके हौसले इतने बुलंद है छोटे से बड़ी बीमारियों के इलाज के साथ बवासीर के इलाज के साथ ऑपरेशन का कार्य इन झोलाछाप डॉक्टरों के द्वारा किया जाता है और लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ हो रहा हैं जिस विधि की जानकारी उन झोलाछाप डॉक्टर को नहीं है उन विधि का भी उपयोग कर भोले वाले जनता एवं आदिवासियों का इलाज किया जा रहा है और जिला कलेक्टर को गलत जानकारी देकर कार्यवाही से पल्ला झाड़ लेते हैं
15 सालों से भारत में आकर भारतीय बन कर रह रहा बांग्लादेशी घुसपैठी
ऐसा नहीं है की करवाई नही होती है करवाई तो होती है लेकिन करवाई करने के लिए एक ईमानदार अधिकारी की जरुरत होती है जो करवाई कर सकें जैसे की दिनांक 28 दिसंबर 2023 को जबलपुर के गौरी घाट थाना अंतर्गत एक ऐसा ही मामला सामने आया था जिसमें बांग्लादेशी नागरिक रपन विशवास जोकि 2009 में टूरिस्ट वीजा और पासपोर्ट पर भारत के पश्चिम बंगाल आया यहां से वह मध्य प्रदेश के पन्ना और फिर सिवनी में रहा यह भारत में गैर कानूनी तरीके से घुस एवं फर्जी तरीके से जन्म प्रमाण पत्र एवं अंक सूची एवं सभी दस्तावेज फर्जी बनवाया और लगातार 15 सालों से भारत में रह रहा था एवं वह भी एक झोलाछाप बंगाली डॉक्टर बन कर लोगों का इलाज कर रहा था जिसे गौरी घाट पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजने का काम किया था
जबलपुर के गौरी घाट पुलिस ने करवाई कर भेजा था जेल
एक तरफ कार्यवाही दूसरी तरफ अनदेखी उमरिया में नियम कानून लगता है अलग है या तो जबलपुर का गौरी घाट माध्यप्रदेश या भारत देश में नहीं आता है की उमरिया जिला माध्यप्रदेश में या भारत देश में नहीं आता है जो की जानकारी होने के बाद भी कार्यवाही करने जिम्मेदार अधिकारी भागते हुए नजर आते हैं
बांग्लादेशी घुसपैठी को अधिकारियों का संरक्षण
भारत देश की जांच एजेंसी एवं भारत सरकार और राज्य सरकार लगातार घुसपैठियों को लेकर सख्त है एवं ऐसे तमाम बांग्लादेशी घुसपैठियों को ऊपर कानूनी कार्यवाही करने का सख्त आदेश है और उनको उनके देश भेजने का आदेश है लेकिन उमरिया जिले में कई सालों से ऐसे बांग्लादेशी नागरिक की शिकायतें होती रहती है जिस पर जिम्मेदार अधिकारी सांठगांठ करके मामले को रफा दफा कर देते हैं एवं उसमें कोई भी कार्यवाही नहीं करते है कुल मिलाकर अपने ही देश को धोखा देने का काम जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है एव उन घुसपैठियों का सहयोग कर उनसे मोटी रकम लिया जा रहा है और मामले को दावा दिया जा रहा है
जिम्मेदार हुए मेहरबान
सूत्र कि माने तो मुख्यालय स्थित जिला चिकित्सालय के बगल के दूसरे नंबर गली में झोलाछाप डॉक्टर के द्वारा हर महीना पैसा देने का काम किया जा रहा है इसीलिए फर्जी क्लीनिक इस झोलाछाप डॉक्टरों के द्वारा संचालित की जा रही है जिसमें जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई करने से पल्ला झाड़ने हुए नजर आते हैं क्योंकि उनके पास महीने के महीने समय से पहले फर्जी क्लीनिक चलाने का पैसा पहुँच दिया जा रहा है सूत्र बताते हैं कि जिला अस्पताल के दूसरे नंबर गली में कई बार झोलाछाप डॉक्टर वह किसी के घर जाकर लिफाफा दे के आ जाते है अब वह लिफाफा कहां और किसके पास पहुंच रहा है अब यह तो समझ से परे है कि कौन ऐसा आदमी है जो इन झोलाछाप डॉक्टरों से महीना लेने का काम कर रहा है और अपने वरिष्ठ अधिकारी को गुमराह कर फर्जी क्लिनिक संचालित करवा रहा है एवं झोलाछाप डॉक्टरों को संरक्षण दे रहा है
आखिर वह कौन है जो खोल देता फर्जी क्लीनिक का ताला
कई बार जिला पूर्व जिला कलेक्टर उमरिया के द्वारा मामले मे संज्ञा लेते हुए फर्जी क्लीनिक एवं झोलाछाप डॉक्टरों के ऊपर कार्रवाई कर क्लीनिक को सील करवाया गया है लेकिन देखा जाता है कि कुछ दिन के बाद पुनः वह झोलाछाप डॉक्टर अपनी फर्जी क्लिनिक संचालित करने लगते हैं आखिर वह कौन सा अधिकारी है जो इन झोलाछापों को संरक्षण दे रहा एवं उनकी फर्जी क्लिनिक संचालित करवा रहा है और भोले भाले जनता और आदिवासियों के जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा इन झोलाछाप डॉक्टरों के चलते कई लोगों की मौत भी हो चुकी है और उनके गलत दवाई एवं हैवी डोज, इंजेक्शन , गलत गोली दवाई अधिक एम.जी की गोली के खाने के चलते लोगों के शरीर में साइड इफेक्ट हो रहा है! एक बिमारी ले के जा रहे लोग वहा से इलाज के बाद कई अनेक बीमारी ले के आ रहे है एवं उनके शरीर में साइड इफेक्ट भी उन झोलाछाप डॉक्टरों के इलाज के चलते हो रहा है जिसके चलते लोगों की मौत भी हो जाती है जिसे लोग अनजान है कि इन झोलाछाप के दवाई एवं इलाज के चलते उनकी मौत हो रही है!
आखिर क्यों चल रही है फर्जी क्लीनिक
नियम के विरुद्ध चल रही फर्जी क्लीनिक में कार्यवाही करने से भागते हुए नजर आ रहे हैं सीएचएमओ डॉक्टर आरके मेहरा एवं ब्लॉक मेडिकल अधिकारी बीएमओ वीएस चंदेल जब इस विषय में बात की गई की नौरोजाबाद तहसील अंतर्गत पांच नंबर कॉलोनी स्थित समीर कुमार अधिकारी जो कि नियम के विरुद्ध अपने निजी निवास में क्लीनिक संचालित कर रहा है एवं पूर्व में की गई कार्यवाही के वजूद वह पुन अपनी क्लिनिक नियम के विरुद्ध खोल के चल रहा है जब इस संबंध में पूर्व में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर आरके मेहरा से बात की गई तो उनके द्वारा कहा गया कि अगर कहीं पर फर्जी क्लिनिक संचालित हो रही है तो उसमें ब्लॉक के बीएमओ एवं पुलिस के एसडीओपी एवं एसडीएम की जवाबदारी तय होती है कि वह उसे फर्जी क्लिनिक को सील करें एवं कार्यवाही करें तो आखिर कब होगी समीर अधिकारी की क्लीनिक सील और उसके ऊपर कारवाई राजनीतिक संरक्षण के कारण समीर अधिकारी की नियम के विरुद्ध अपने निजी निवास में क्लिनिक संचालित कर रहा है जिस पर जिम्मेदारों के द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं की जा रही है साठगांठ के चलते फर्जी क्लिनिक नियम के विरुद्ध क्लिनिक संचालित हो रही है और जिम्मेदार आम लोगों के साथ स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करते हुए नजर आ रहा है
पूर्व कलेक्टर ने समीर की क्लीनिक कराई थी सील
जिले के पूर्व कलेक्टर के द्वारा समीर अधिकारी की नौरोजाबाद की क्लीनिक को बंद करवाया गया था और उसकी क्लीनिक में ब्लॉक मेडिकल अधिकारी बीएमओ वीएस चंदेल साहब ने ताला लगाया था लेकिन कुछ दिनों के बाद पुन समीर की क्लीनिक संचालित होने लगी जिस पर बीएमओ साहब का कहना था कि हमें जानकारी नहीं है कि उसकी क्लीनिक कैसे खुली है किसने खुलवाई जब इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर आरके मेहरा से बात की गई तो उनके द्वारा कहा गया है कि मेरे जानकारी में नहीं है कि वह क्लीनिक कैसे खुल गई अगर वह क्लिनिक खुली है तो मैं पुलिस को लिखित में दुगा और कार्यवाही की जाए जो कि आज दिनांक तक नहीं हुई कुल मिलाकर यह देखा जा रहा है कि स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारी फर्जी क्लीनिक संचालित करवाने वाले पूरा सहयोग कर रहे हैं जिसके चलते लोगों के स्वास्थ्य के साथ एवं उनके जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है जब क्लीनिक संबंध में बीएमओ साहब से बात की जाती है तो उनके द्वारा कहा जाता है कि मैं बात करके बताता हूं मैं बात करता हूं अब साहब किसे कहा बात कर रहे हैं यह तो समझ से पड़े हैं कि वह बात कर रहे हैं की कार्यवाही से भागते हुए अपने चाहते लोगो को बता रहे है!
मुखिया दे ध्यान और हो जांच
जिले के मुखिया जिला कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन ने उमरिया जिले में स्वास्थ्य सुविधा बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्र मे औचक निरीक्षण की कमान जिले के मुखिया ने खुद मोर्चा संभाला हुआ है जिला अस्पताल के साथ सभी स्वास्थ्य केंद्र में लगातार अधिकारियों को और डॉक्टर को ड्यूटी मे बेहतर लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मिल सके सभी मरीजों का बेहतर इलाज हो सके इसके लिए जिले के मुखिया लगातार प्रयासरत है
झोलाछाप डॉक्टर दिखा देते हैं बड़ी अस्पताल का रुक
अधिकांश देखा जाता है कि झोलाछाप डॉक्टरों के इलाज के चलते मामला बिगड़ जाने के बाद जिले के सरकारी हॉस्पिटल या शहडोल जैसे मेडिकल हॉस्पिटल का रुख दिखा दिया जाता है जिसे भोले भाले आदिवासी ग्रामीण क्षेत्र में निवासी लोगों को समझ नहीं आता कि यह बीमारी कैसे और कहां से हुई और अपनी जीवान की कमाई और खेत जमीन बेच तक के लोग इलाज करने के लिए मजबूर हो जाता है लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों को उससे क्या लेना देना उसको तो समय से महीना पहुंच जाए बस उसका काम तो हो गया जनता मारे या जिए उसको उससे क्या मतलब है
झोलाछाप डॉक्टरों के पास है हर बीमारी का इलाज
उमरिया के नगरी क्षेत्रों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों के हर गली-मोहल्लों गांव और शहर उमरिया,चंदिया, मानपुर, पाली,नौरोजाबाद, ग्राम पंचायत घुलघुली, ग्राम पंचायत पिनौरा जिले के तमाम ऐसे ग्रामीण क्षेत्रों में झोलाछाप डॉक्टर भोले भाले जनता का इलाज के नाम से लूटने का काम कर उसकी जिंदगी के साथ खड़वाड किया जा रहा है और बुखार उल्टी-दस्त मलेरिया दाद-खाज और खुजली के अलावा सांस के गंभीर मरीजों का इलाज झोलाछाप कर रहे हैं। झोलाछाप डॉक्टर भोले-भाले लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं कुछ स्वास्थ्यकर्मियों की मिलीभगत से झोलाछापों ने हॉस्पिटल तक खोल रखे हैं। जिले में अनुमानित हजार से अधिक झोलाछाप डॉक्टर हैं।
स्वास्थ्य अधिकारियों की मिलीभगत से चल रही है झोलाछापों की दुकान
सरकार की मनसा में पानी फेर रहे हैं जिम्मेदार अधिकारी बीएमओ और सीएचएमओ की सालगिरह से चल रहा है झोलाछाप की दुकान और सरकारी अस्पताल में इमरजेंसी में भर्ती होने वाले अधिकांश गंभीर मरीजों की हालत खराब होने का कारण झोलाछाप से इलाज कराया जाना है। भोले भाले लोग इन झोलाछाप डॉक्टरों की बातों में आकर इलाज कराने के नाम पर अपनी जान जोखिम में डाल देते हैं। हाई कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन करने और शासनादेशों के विपरीत अयोग्य, अनधिकृत, अपंजीकृत और मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया में पंजीकरण कराए बिना एलोपैथी, आयुर्वेदिक, होम्योपैथी और यूनानी चिकित्सा के माध्यम से बीमार लोगों का इलाज किया जाना गैरकानूनी है। नियम के विरूद्ध दुकान चला रहे झोलाछाप की क्लीनक बंद करना स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी होती है फर्जी क्लिनिक बंद न करने पर सुसंगत धाराओं में एफआइआर दर्ज कराने का प्रविधान है। इसके लिए सीएचएमओ को मामले में ध्यान देना चाहिए और ऐसे तमाम झोलाछाप डॉक्टर की क्लीनिक बंद कर एफआईआर करवाना चाहिए
बंगाली डॉक्टरों की भरमार मरीजों को भर्ती कर करते है इलाज
बंगाली डॉक्टरों की जिले में भरमार है जो कि मरीजों को भर्ती कर छोटी से बड़ी बिमारी का इलाज आंख बंद कर करते है मामला बिगाड़ जानें पर जिले या संभाग का रास्ता दिखा दिया जाता है की वहां जा के इलाज करा ले और बाद में उसकी मौत हो जाती है जिससे की पूरा मौत का पूरा का पूरा ठिठुरा जिला या संभाग के बड़े हॉस्पिटल के ऊपर आता जाता है सुबह से रात तक झोलाछाप डाक्टरों के दुकान में मरीजों की भीड़ लगी रहती है। मेडिकल स्टोर के बराबर इनके पास दवा रहती है यह साथ खुद ही दवा देते रहते हैं। अपंजीकृत क्लीनिक के साथ बिना लाइसेंस के दवाएं भी बेच रहे हैं। कई बार मरीज की हालत बिगड़ने पर उसे सरकारी अस्पताल तक भेजने का काम करते हैं।
जिला कलेक्टर के द्वारा विशेष अभियान चला कर इन झोलाछाप डॉक्टरों की दुकान बंद कर कारवाई हो
उमरिया जिले के जिला कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन के द्वारा विशेष अभियान चला कर इन झोलाछाप डॉक्टरों की दुकान बंद कर इन झोलाछाप डॉक्टरों के ऊपर कानूनी कारवाई हो और जिस प्रकार से इन झोलाछाप डॉक्टर लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ जिले की टीम बनाकर विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान अपंजीकृत क्लीनिक एवं हॉस्पिटल संचालकों को भी कार्रवाई के दायरे में लाया जाए। अभी तक स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने किस किस को नोटिस दिया गया है और क्या कारवाई की गई है अब तक जारी किए गए नोटिसों की भी जांच कराई जाए।
इनका कहना है
सीएचएमओ ने कहा अगर कहीं पर फर्जी क्लिनिक संचालित हो रही है तो उसमें ब्लॉक के बीएमओ एवं पुलिस के एसडीओपी एवं एसडीएम की जवाबदारी तय होती है कि वह उसे फर्जी क्लिनिक को सील करें एवं कार्यवाही करें
स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर आरके मेहरा
जब बीएमओ से कहा गया की सीएचएमओ साहब ने कहा है कि बीएमओ की जवाबदारी तय होती है आगर कही फर्जी क्लिनिक संचालित है तो सील करें एवं कार्यवाही करें तो बीएमओ चंदेल ने कहा कि ठीक है मैं बात करे ले रहा हूं जब पूछा गया की कोई कार्यवाही होगी की नही तो फिर उन्होंने कहा मैं बात करता हूं अब नही पता साहब किससे और कहा बात करेंगे!
ब्लॉक मेडिकल अधिकारी बीएमओ वी एस चंदेल
11,284 Total Views