अल्पसंख्यक और अनुसूचित जाति के विधायकों और आदिवासी युवक को गाली बकता पांच हजार का इनामी बदमाश , रिकार्डिंग हुई वायरल।
बैतूल विधानसभा के माननीय विधायक श्री निलय विनोद डागा जी और आमला विधानसभा विधायक श्री डॉ योगेश पण्डागरे जी को खुलेआम गाली गलौज करता हुआ एक अपराधी जिस पर बैतूल पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा पांच हजार का इनामी बदमाश अंकित दीक्षित हैं जो कि एक आदिवासी युवक दिलराज सिह ठाकुर को भी लगातार धमकी दे रहा है आखिर क्यों करता हैं युवक बदसलूकी!! आइये बताते है कौन है अंकित दीक्षित , नवम्बर 2014 में विधानसभा चुनावी आचार संहिता के बीच गोलीकांड करवाने वाले और हत्या करवाने वाले गिरोह का सरगना जिसमे जित्तू सोनटके की मृत्यु हो गई थी, वर्ष 2017 में इटारसी रोड पर अनुराग तिवारी मर्डर केस में भी अपनी अलग ही भूमिका निभाने वाले, वर्ष 2019 में बैतूल कालेज चौक से आशु चन्देल को अपहरण कर हत्या करने में भी इनके ही खाश लोग शामिल रहे, अंकित के कारनामो की चर्चा की जाए तो बैतूल के पूर्व एसपी कार्तिकेयन के. से बदसलूकी करने पर गंज थाना क्षेत्र में 151 दर्ज, बैतूल जिले में बहुत से व्यापारियों पर अड़ीबाजी करने से युवक कभी पीछे नहीं रहा उसी तारतम्य में अमित राका को भी जेल की हवा खानी पड़ी, कुछ दिनों पूर्व नशे में लिप्त होकर अपने दोस्तों के साथ राज लोकनन्दनी ढाबा रात के समय जाकर वहां के कर्मचारियों को बन्दूक दिखाकर डराया और महिला कर्मचारी से अभद्रता की उस अपराध में महिला के बयान लेने प्रीतम सिंह से चर्चा करने की कई बार कोशिश की गई किन्तु चर्चा नहीं हो पाई की आखिर वह एक महिला के बयान लेने अकेले क्यो चले गए सूत्रों की माने तो बैतूल एसडीओपी से अंकित दीक्षित से सम्बद्ध प्रगाढ़ हो चुके थे क्योंकि एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उन्हें शामिल करवाया गया था शायद उनके कहने पर ही साईंखेड़ा थाने में अंकित से बन्दूक जप्त नहीं करवाई गई थी, यदि साईंखेड़ा में विवेचना अधिकारी सर उस समय बन्दूक जप्त कर लेते तो शायद रेलवे स्टेशन के सामने सब्जी बेचने वाली बाई के लड़के चेतन पर इनामी बदमाश गोली नहीं चला पाता, खैर खबर का आधार रिकार्डिंग है तो बता दें कि रिकार्डिंग पुरानी है जिसमें गंज थाना क्षेत्र में कालापाठा स्थित पेट्रोल पंप के पास अंकित दीक्षित ने अपने साथियों के साथ मिलकर अजय के साथ लोहे की रॉड से मारपीट की थी उसकी शिकायत जब गंज में दर्ज कराई जा रही थी तो पीड़ित के भाई दिलराज सिह उर्फ चिंटू ठाकुर जो कि एनएसयूआई सदस्य भी है को अंकित ने फोन कर दिया और फिर दौर चालू हुआ माननीय विधायक गणो को गन्दी गन्दी गाली गलौज करने का जिसमे श्री डागा जी को साफ साफ माँ बहन और न जाने ही कितने ही प्रकार से गालियां दी गई वही आमला विधायक डॉ पण्डागरे जी के लिए भी अपशब्द कहे गए, सूत्रों की माने तो रिकार्डिंग दोनो ही विधायक गणों तक पहुंच चुकी थी पर उन्होंने शिकायत दर्ज नहीं करवाई आखिर जनता के सम्मानित जनप्रतिनिधियों को किस बात का डर जबकि जनता और प्रशासन में आपकी बात सुनी जाती है रिकार्डिंग खबर लगने के दौरान पुलिस अधिकारियों तक पहुंचने पर बड़ी धाराओ में कार्यवाही हो सकती है ऐसा जानकारों का मानना है। पूर्व बैतूल एसपी श्री कार्तिकेयन के. के बाद आज के एसपी श्री चौधरी जी से जनता और जनप्रतिनिधियों को अपनी सुरक्षा महसूस हो रही है क्योंकि आप दोनों की ही कार्यप्रणाली निष्पक्ष और संवैधानिक है। जनता की सुरक्षा के लिए क्या दोनो विधायक शिकायत दर्ज कराएंगे या युही अत्याचार सहन करेगे।बैतूल जिले की जनता का विश्वास पुलिस अधीक्षक बैतूल सिद्धार्थ चौधरी से है।नोट खुलासा न्यूज इस वायरल आडियो की पुष्टी नही करता है